विडियो:-अखाड़ा परिषद अध्यक्ष श्री महंत रवींद्र पुरी संग संतों ने खेली जमकर होली

Haridwar News
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तनवीर

होली पर्व एकता,अखंडता, भाईचारे को दर्शाने वाला पर्व है:-श्रीमहंत रविन्द्रपुरी महाराज
हरिद्वार, 25 मार्च:- धर्मनगरी हरिद्वार में रंगों का त्योहार होली हर्षोउल्लास व उत्साह के साथ धूमधाम से मनाया गया। बच्चे, बुजुर्ग, महिलाओं और युवाओं ने खूब अबीर गुलाल उड़ाया और जमकर होली खेली। होली के उल्लास से संत भी अछूते नहीं रहे। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद एवं मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष श्रीमहंत रविन्द्रपुरी महाराज के संयोजन में निरंजनी अखाड़े में चरण पादुका मंदिर प्रांगण में आयोजित होली मिलन समारोह में संत समाज ने जमकर होली खेली। “जो राम को लाए हैं हम उनको लायेंगे,दुनिया में फिर से भगवा लहराएंगे” होली के गीतो पर संत समाज झूमता रहा।

अखाड़ा परिषद एवं मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष श्री महंत रवींद्र पुरी महाराज के सानिध्य में संत समाज ने एक दूसरे को अबीर गुलाल लगाकर होली की शुभकामनाएं दी। मंदिर प्रांगण में होली के गीतों की धुन पर संत समाज जमकर थिरका। अखाड़ा परिषद अध्यक्ष श्री महंत रवींद्र पुरी महाराज ने देश एवं प्रदेशवासियों को होली की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि भारतवर्ष त्योहारों की परंपराओं का देश है। होली एकता अखंडता का संदेश देती है बुराई पर अच्छाई की जीत का पर्व है। मन के विकारों को दूर कर त्योहारों को खुशियों के साथ मनाना चाहिए। भारतीय संस्कृति पर्वों की संस्कृति है। त्योहार प्रेम एकता आपसी भाईचारे सौहार्द को दर्शाते हैं।

श्री महंत रवींद्र पुरी महाराज ने प्रदेशवासियों से आह्वान करते हुए कहा कि नशे से दूर रहे युवा पीढ़ी पर्वों के महत्व को समझाएं। पर्व हमारी संस्कृति को दर्शाने का माध्यम है। अखाड़ा परिषद अध्यक्ष श्रीमहंत रविन्द्रपुरी महाराज ने कहा कि संत समाज ऐसी कामना करता है कि युवा वर्ग को पाश्चात्य संस्कृति से दूर रहकर भारतीय संस्कृति के अनुरूप ही त्योहारों को मनाना चाहिए।
महामंडलेश्वर स्वामी हरिचेतनानंद ने कहा कि पर्व सनातन संस्कृति की छवि को अनूठे रूप में प्रस्तुत करते हैं। होली सभी को आपस में जोड़ने वाला पर्व है।


भारत माता मंदिर के महंत एवं निरंजनी अखाड़े के महामंडलेश्वर स्वामी ललितानंद गिरी महाराज ने कहा कि रंगों उमंगों व उल्लास का पर्व होली देश की सांस्कृतिक एकता को मजबूत करता है। स्वामी ऋषिश्वरानंद ने कहा कि होली ऐसा पर्व है जो धर्म, संप्रदाय ओर जाति बंधनों को तोड़कर लोगों को एक दूसरे के करीब लाता है।

कार्यक्रम में अखाड़ा परिषद अध्यक्ष श्रीमहंत रविन्द्रपुरी, निरंजनी अखाड़े के सचिव श्रीमहंत रामरतन गिरी, निरंजनी अखाड़े के महामंडलेश्वर स्वामी ललितानंद गिरी, हनुमान घाट हनुमान मंदिर के महंत स्वामी रवि पुरी, महामंडलेश्वर स्वामी हरिचेतनानंद, स्वामी ऋषिश्वरानंद सहित अखाड़े के संतों ने होली खेलें मशाने मे, नगर में जोगी आया आदि गीतों पर जमकर नृत्य किया।

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