तनवीर
हरिद्वार, 24 नवंबर। पूर्व विधायक अम्बरीष कुमार ने कहा कि सभी अखाड़ों, साधु-संतों, धार्मिक, सामाजिक, संस्थाओं के प्रयासों से गंगा की पवित्रता बहाल हुई और तीर्थ की मर्यादा की रक्षा हुई। उन्होंने कहा कि पंडित मदन मोहन मालवीय और महात्मा गांधी के प्रयासों से हरिद्वार पंचपुरी मद्यनिषेध क्षेत्र घोषित हुआ था। संभवत हरिद्वार विश्व में अकेला नगर है।
जहां किसी भी प्रकार का नशा करना वर्जित है। परंतु वर्तमान सरकार ने नगर निगम की सीमा में शराब के सरकारी ठेके खुलवाकर पंडित मदन मोहन मालवीय के सपनों को तोड़ा है। इससे तीर्थ की मर्यादा कलुषित हुई है। इस संबंध में मुख्यमंत्री और स्थानीय मंत्री मदन कौशिक को इन तथ्यों से अवगत कराते हुए मांग की गई कि सरकार इस आदेश को वापस ले परंतु आज तक कोई कार्यवाही नहीं हुई।
कुंभ का आयोजन हो रहा है और स्नान की तिथियां नजदीक आ रही है। ऐसे में अखाड़ों व संत समाज को तीर्थ मर्यादा की रक्षा के लिए सरकार पर नगर निगम सीमा में खुले शराब के ठेके को सीमा से दूर करने के लिए दबाव बनाया जाना चाहिए। अखाड़ों व संत समाज तथा धार्मिक संस्थाओं की सक्रियता से ही यह संभव हो सकता है।