गौरव रसिक
हरिद्वार, 31 जनवरी। कांग्रेस के पूर्व प्रवक्ता सुनील अरोड़ा ने कैबिनेट में लिए गए निर्णय पर बोलते हुए कहा कि एसओपी के तहत विद्यालय खोलने का निर्णय तर्क संगत नहीं है। टीकाकरण अभियान अब तक पूरा नहीं हो पाया है। राज्य सरकार स्कूली बच्चों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ जैसे निर्णय लेने पर आमादा है। सरकार दोहरी मानसिकता दिखाते हुए गलत निर्णय ले रही है। कोरोना काल को लेकर कुंभ के आयोजन पर कई तरह की रोक लगाने के बावजूद सरकार कैबिनेट में विद्यालय को खोलने का निर्णय कर रही है।
सुनील अरोड़ा ने कहा कि राज्य के मुख्यमंत्री निर्णय लेने में सक्षम नहीं है। गलत निर्णय लेकर बच्चों के जीवन से खिलवाड़ करने जैसा है। उन्होंने कहा कि सरकार स्वयं ही कोरोना संक्रमण के खतरे की आशंका जता रही है। केंद्र सरकार द्वारा भी कुंभ मेले जैसे धार्मिक आयोजन पर भी नियमों को थोपा जा रहा है। दूसरी ओर सरकार स्कूलों को खोलने की बात कर रही है। उन्होंने कहा कि पूरे राज्य में सर्वप्रथम टीकाकरण अभियान पूरा किया जाना चाहिए। अब तक वैक्सीनेशन नहीं हो पाया है। कोरोना का संक्रमण का खतरा बना हुआ है। सरकार के निर्णय समझ से परे हैं। एक ओर तो केंद्र सरकार एसओपी जारी कर कुंभ में भीड़ नियंत्रण की बात कर लोगों को कोरोना संक्रमण के प्रति जागरूक करने का काम कर रही है।
दूसरी ओर स्कूल खोले जाने जैसे निर्णय लेकर बच्चों को कोरोना के खतरे में धकेला जा रहा है। सुनील अरोड़ा ने कहा कि राज्य के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत राज्यवासियों के हित में सही फैसले नहीं ले रहे हैं। अब देखा गया है कि सरकार जो बयान देती है। निर्णय उसके उलट होते हैं। कुंभ के मामले में इसे अच्छे से समझा जा सकता है।