अमरीश
कोरोना आपदा में गरीब व जरूरतमंदों का सहारा बने श्रीमहंत रविंद्रपुरी
हरिद्वार, 26 जून। कोरोना आपदा काल में मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष और श्री पंचायती निरंजनी अखाड़ा के सचिव श्रीमहंत रविन्द्र पुरी गरीब, जरूरतमंदों व बेसहारों का सहारा बनकर उभरे हैं। श्रीमहंत का सेवा प्रकल्प 90 दिन से जारी है। पीएम केयर फंड से लेकर मुख्यमंत्री राहत कोष और शासन प्रशासन को आर्थिक सहायता भी श्रीमहंत रविंद्रपुरी ने दिल खोलकर की है। लाॅकडाउन की घोषणा होने के बाद 25 मार्च से लगातार 50 हजार रुपये की लागत से रोजाना करीब डेढ़ हजार लोगों को भोजन खिला रहे हैं।
शासन प्रशासन की मदद के लिए भी सबसे पहले श्रीमहंत रविंद्र पुरी आगे आए और 51 लाख की धनराशि मुख्यमंत्री राहत कोष में जमा कराते हुए कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक को चेक सौंपा। 11 लाख रुपये का चेक अपर मेला अधिकारी हरबीर सिंह को सौंपा गया। इसके बाद जरूरतमंद लोगों को राशन पहुंचाने के लिए पांच लाख रुपये का चेक उन्होंने कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक को दिया। लॉकडाउन में फंसे गुजरात के श्रद्धालुओं की मदद के लिए भी श्रीमहंत आगे आए और दो लाख रुपये नवरात्र में उनके फल, दूध व बिस्कुट आदि के लिए अपर मेला अधिकारी हरबीर सिंह को दिए। इतना ही नहीं उन्होंने हरिद्वार नगर निगम और शिवालिक नगर पालिका के 73 वार्डों में बांटने के लिए 11 हजार कुंतल राशन कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक को दिया।
साथ ही 50 कुंतल राशन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पदाधिकारियों को दिया गया। लॉकडाउन के बीच गंगोत्री धाम के कपाट खुलने पर श्रीमहंत रविन्द्रपुरी महाराज ने श्रद्धालुओं के प्रसाद और भोजन की जिम्मेदारी लेते हुए राशन से भरा ट्रक धाम के रावल के सुपुर्द किया। ज्वालापुर में सील हुए वार्डों के 250 असहाय गरीब जरूरतमंद मुस्लिम परिवारों के लिए भी श्रीमहंत फरिश्ता साबित हुए और उनके लिए राशन की व्यवस्था की। हरिद्वार जिले की चारों तहसील हरिद्वार, रुड़की, लक्सर और भगवानपुर को दो हजार राशन किट देने के साथ-साथ सुबह-सुबह अखबार बांटने वाले कर्मयोगियों को भी राशन उपलब्ध कराया गया। इसके अलावा उन्होंने लॉकडाउन में सेवा करने वाले पंजाबी महासभा को भी 58 हजार रुपये की आर्थिक मदद की है।
लॉकडाउन में सेवा कार्यों के लिए सरकार की ओर से बनाई गई सिविल सोसायटी के अध्यक्ष होने के नाते श्रीमहंत रविन्द्र पुरी लगातार लोगों से पीएम केयर फंड और मुख्यमंत्री राहत कोष में आर्थिक सहयोग देने की अपील कर रहे हैं। कोरोना आपदा की घड़ी में उनके सेवा प्रकल्प तमाम सामाजिक धार्मिक संस्थाओं को प्रेरणा दे रहे हैं। सेवा प्रकल्प को 90 दिन पूरे हो चुके हैं। श्रीमहंत रवींद्र पुरी ने बताया कि सेवा कार्य जारी रहेंगे।