अमरीश
फिल्म से हुई कमाई को अयोध्या के श्रीराम मन्दिर और हरिद्वार के श्री राम नाम संग्रहालय में लगाया जाए-सुमित तिवारी
हरिद्वार, 20 जून। श्री राम नाम विश्व बैंक समिति द्वारा रानीपुर मोड़ कार्यालय पर प्रेस वार्ता कर आदिपुरुष फिल्म को प्रतिबंधित करने की मांग की गई। साथ ही प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति को पत्र भेजकर मांग की गई कि इस फिल्म से होने वाली कमाई को अयोध्या के श्री राम मंदिर और हरिद्वार में संस्था द्वारा तैयार किए जा रहे श्री राम नाम संग्रहालय के धर्मार्थ कार्य में लगाया जाए। प्रैसवार्ता को संबोधित करते हुए आत्मयोगी देवजी महाराज ने कहा कि आदिपुरुष फिल्म महाग्रंथ रामायण पर आधारित है। लेकिन इसमें रामायण के चरित्रों के साथ अभद्र मजाक किया गया है। जो बर्दाश्त करने योग्य नहीं है। उन्होंने बताया कि फिल्म को प्रबंधित करने की मंाग को लेकर प्रधानमंत्री को संस्था द्वारा ज्ञापन भेजा गया है।
श्री राम नाम विश्व बैंक समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंडित सुमित तिवारी ने कहा कि ’आदिपुरूष’ फिल्म में भगवान श्री राम के चरित्र और उनकी वेशभूषा को ’निराश कर देने वाली हद तक, तोड़ मरोड़ कर पेश किया गया है। फिल्म के डायलॉग भी मर्यादा के बिल्कुल विपरीत है। फिल्मकारों को किसने अधिकार दिया कि वह हमारे धर्म ग्रंथों से छेड़छाड़ करें और हिंदू देवी देवताओं पर कुछ भी टीका टिप्पणी कर उन्हे अपनी मनमर्जी से पेश करते हुए कुतर्क करें। यह बहुत ही अशोभनीय और माफ न किए जाना वाला कृत्य है। उन्होंने समिति के सदस्यों से फिल्म का बहिष्कार करने की अपील भी की। साथ फिल्म के निर्माता निर्देशक को कठोर सजा दिए जाने की मांग भी की। इस दौरान समिति के सदस्य वीर गुर्जर, तरुण शर्मा, महिपाल सिंह, अशरफ अली, राहुल शर्मा, कपिल सैनी आदि शामिल रहे।