कमल खडका
हरिद्वार, 29 जनवरी। कांग्रेस के पूर्व प्रदेश प्रवक्ता सुनील अरोड़ा ने प्रैस को जारी बयान में कहा कुंभ मेले की तैयारियां मात्र दिखावा है। केंद्र सरकार द्वारा कुंभ मेले को लेकर एसओपी तो जारी कर दी गई है। कुंभ मेले में सम्मिलित होने वाले श्रद्धालुओं के लिए कोविड-19 रिपोर्ट की अनिवार्यता के चलते यात्री श्रद्धालुओं में डर भय का माहौल बना हुआ है। केंद्र सरकार द्वारा एक साथ पूजा अर्चना, हवन, यज्ञ, कथा आदि पर रोक लगाई गई है। ऐसे में सनातन परंपराओं का निर्वाहन कैसे संभव हो पाएगा।
सुनील अरोड़ा ने कहा कि आदि अनादि काल से संत महापुरुषों द्वारा कुंभ के दौरान धार्मिक क्रियाकलाप किए जाते रहे है।ं ऐसे में एसओपी के निर्देशों के चलते कुंभ मेला कैसे हो पाएगा। सरकार द्वारा लगाई जा रही पाबंदियों को लेकर संत समाज आक्रोशित है। व्यापारियों में भी कोविड-19 रिपोर्ट की अनिवार्यता के चलते रोष बना हुआ है। व्यापारी कोविड-19 रिपोर्ट की अनिवार्यता को समाप्त करने की मांग कर रहे हैं। संत समाज भी एसओपी को लेकर अपनी नाराजगी दर्शा रहा है।
सुनील अरोड़ा ने कहा कि भाजपा के कार्यक्रमो,ं चुनावी रैलियों में केंद्र सरकार की गाइडलाइन का पालन नहीं किया जा रहा है। मंत्रियो,सांसदों के अलावा राजनैतिक पार्टियों द्वारा कार्यक्रम भी आयोजित किए जा रहे हैं। भाजपा की रैलियों में भीड़ पर किसी भी प्रकार का कोई अंकुश ना लगना, केंद्र एवं राज्य की दोहरी मानसिकता को दर्शाने वाला है। सुनील अरोड़ा ने कहा कि सनातन परंपराओं पर कुठाराघात किया जाना न्याय संगत नहीं है। कोविड-19 को लेकर श्रद्धालु भक्त, संत महापुरुष जागरूक हैं।
उसके बावजूद भी कुंभ मेले के आयोजन को लेकर केंद्र एवं राज्य सरकार कई तरह के हथकंडे अपना रही है। सुनील अरोड़ा ने कहा कि धर्म नगरी में कुंभ को लेकर मेला प्रशासन तैयारियां तो कर रहा है। निर्माण कार्य तेजी के साथ किए जाने के दावे भी किए जा रहे हैं। लेकिन दूसरी ओर केंद्र सरकार श्रद्धालु भक्तों को कुंभ मेले में आने से रोकने के लिए एसओपी जारी कर लोगों में डर भय का माहौल बना रहा है।
सुनील अरोड़ा ने कहा कि केंद्र एवं राज्यों की दोहरी मानसिकता किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। हिंदू संस्कृति पर कुठाराघात नहीं करने दिया जाएगा। सरकार को कुंभ मेले के आयोजन को लेकर कोविड-19 फैलने से रोकने के उपाय व कार्य योजनाएं तैयार करने चाहिए। भ्रम की स्थिति फैला कर लोगों में कुंभ को लेकर डर भय ना फैलाए। सनातन परंपराओ,ं हिंदू संस्कृति को दर्शाने वाले पर्व पर किसी भी प्रकार की रोक नहीं लगनी चाहिए।