विक्की सैनी
हरिद्वार, 4 जून। जूना अखाड़े के अंतर्राष्ट्रीय संगठन मंत्री व बाबा अमीर गिरी धाम के परमाध्यक्ष श्रीमहंत विनोद गिरी महाराज ने केरल में हथिनी को मारे जाने की घटना को अत्यन्त अमानवीय करार देते हुए दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की मांग की है। प्रैस को जारी बयान में श्रीमहंत विनोद गिरी महाराज ने कहा कि सनातन हिंदू धर्म में हाथी को भगवान गणेश का स्वरूप माना जाता है। कुंभ मेलों में निकलने वाली अखाड़ों की पेशवाई में विशेष स्थान रखने वाले बेजुबान जानवर हाथी के साथ अमानवीय व्यवहार किया जाना दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि केरल सरकार को दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए।
जीव जंतुओं के प्रति बनाए गए कानूनों का उल्लंघन करने वाले लोगों के खिलाफ सख्ती से कार्रवाई केरल सरकार को करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाओं की पुनर्रावृत्ति ना हो इसके लिए वन्य जीव अधिनियम के तहत दोषियों के खिलाफ कार्रवाई सुनिश्चित करनी चाहिए। भगवान गणेश के स्वरूप हथिनी के साथ बर्बरता किया जाना किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि जल्द से जल्द हथिनी के हत्यारों को गिरफ्तार कर जेल भेजने की कार्रवाई नहीं की गयी तो संत समाज सड़कों पर उतरकर आंदोलन करने से भी पीछे नहीं हटेगा।
श्रीमहंत साधनानंद महाराज ने कहा कि आदि अनादि काल से मानव व जानवरों का अटूट रिश्ता चला आ रहा है। लेकिन कुछ लोग मानवता की हदें पार कर ऐसी घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। जो कि शर्मसार करने वाली घटना है। ऐसे लोगों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाना चाहिए। हाथी हमेशा ही मानव का विशेष सहयोगी रहा है। धार्मिक जुलूसों में हाथी को अत्यन्त सम्मान के साथ शामिल किया जाता है। सरकार को जानवरों पर अत्याचार करने वाले लोगों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करनी चाहिए। जिससे घटनाएं देश भर में रूकेंगी।