राहत अंसारी
एकता व भाईचारे का संदेश देती हैं दरगाहें-छम्मन पीरजी
हरिद्वार, 24 अक्टूबर। बाबा रोशन अली शाह के सालाना उर्स का आयोजन कोविड-19 को लेकर सरकार के जारी दिशा निर्देशों के तहत प्रतीकात्मक रूप से किया गया। आयोजन समिति के पदाधिकारियों व सदस्यों द्वारा दरगाह में चादरपोशी व गुस्ल की रस्म अदायगी की गयी।
दरगाह पर जियारत के लिए पहुंचे अकीदतमंदों ने बाबा रोशन अली शाह से देश को कोरोना महामारी से निजात दिलाने के लिए दुआएं की। दरगाह के मेला प्रबंधक छम्मन पीरजी ने कहा कि बाबा रोशन अली शाह की सभी अकीदतमंद मुरादें पूरी करते हैं।
दरगाहें हमेशा ही देश दुनिया को भाईचारे व एकता का संदेश देती चली आ रही हैं। छम्मन पीरजी ने कहा कि कोरोना काल के चलते व सरकार के दिशा निर्देशों के तहत उर्स का आयोजन प्रतीकात्मक रूप से किया गया। जबकि प्रतिवर्ष उर्स का आयोजन पूरे धूमधाम से किया जाता रहा है। पंचपुरी व आसपास के ग्रामीण इलाकों से भारी संख्या में अकीदतमंद चादरपोशी करने के लिए दरगाह पर पहुंचते हैं। सज्जादानशीन हाजी इरफान अंसारी ने उर्स की मुबारकबाद देते हुए कहा कि हिंदु मुस्लिम सिख ईसाई सभी धर्म समुदाय के लोग दरगाहों से फैजयाज लेते हैं।
सच्चे दिल से की गयी दुआएं अवश्य ही पूरी होती हैं। उन्होंनें कहा कि कोरोना काल के चलते उर्स धूमधाम के बजाए प्रतीकात्मक रूप से आयोजित किया गया। सभी को कोरोना को समाप्त करने के लिए सरकार के दिशा निर्देशों का पालन करते हुए सहयोग प्रदान करना चाहिए। कोषाध्यक्ष जावेद अंसारी व प्रवक्ता राहत अंसारी ने सभी को उर्स की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि उर्स में प्रतिवर्ष भारी उमड़ती है। लेकिन इस वर्ष सरकार की गाइड लाईन का अनुपालन करते हुए प्रतिकात्मक रूप से ही आयोजन समिति द्वारा कुल शरीफ, फातिहा, कलाम पाक की तिलावत व लंगर आदि रस्मों का आयोजन अति सूक्ष्म रूप से किया गया।
दरगाह को भव्य रूप से सजाया गया। कमेटी के सदस्यों द्वारा अन्य अकीदतमंदों को भी भीड़भाड़ ना जुटाने की अपील करते हुए सरकार के दिशा निर्देशों का पालन करने के लिए प्रेरित किया गया। इस अवसर पर हुसैन अली, फुरकान, वाजिद, इदरीस मंसूरी, जावेद खान, फैज आलम, शहाबुद्दीन, इलयास अंसारी, अफजाल अंसारी, शोहेब, सुनहरा आदि मौजूद रहे।