बाबा रामदेव के समर्थन मे आयी अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद

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राकेश वालिया

आयुर्वेद हमारी प्राचीन चिकित्सा पद्धति – श्रीमहंत नरेन्द्र गिरि 

हरिद्वार, 2 जुलाई। कोरोना की दवा कोरोनिल लांच करने के बाद से ही विवादों में घिरे पतंजलि योग पीठ के संस्थापक और योगगुरु बाबा रामदेव के समर्थन में अब अखाड़ा परिषद उतर आया है। साधु संतों की सर्वोच्च संस्था अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने बाबा राम देव के आयुर्वेद पर किए गए शोध को सही बताया है। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्रीमहंत नरेन्द्र गिरी ने कहा है कि आयुर्वेद हमारी प्राचीन चिकित्सा पद्धति रही है और बाबा रामदेव के साथ ही पतंजलि योग पीठ के महामंत्री आचार्य बालकृष्ण ने अपनी टीम के साथ रिसर्च करके ही कोरोना की बीमारी से लड़ने के लिए इम्यूनिटी बूस्टर दवा कोरोनिल तैयार की है।

उन्होंने कहा है कि बाबा रामदेव द्वारा तैयार की गई दवा पूरी तरह से राष्ट्र हित में है। उन्होंने कहा है कि पूरा संत समाज बाबा राम देव के समर्थन में खड़ा है। उन्होंने कहा है कि इस दवा को लेकर किसी तरह का कोई विवाद खड़ा करना और इसका विरोध करना कतई उचित नहीं हैं। श्रीमहंत नरेन्द्र गिरी ने कहा है कि देश में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं, लेकिन कोरोना के लिए अब तक वैज्ञानिक और चिकित्सक कोई दवा या वैक्सीन नहीं खोज पाये हैं। लेकिन जड़ी बूटियों को मिलाकर आयुर्वेद के फार्मूले पर बाबा रामदेव द्वारा तैयार की गई इस दवा के प्रयोग से हमारे शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ेगी और कोरोना के वायरस से लड़ने में शरीर सक्षम होगा। महंत नरेन्द्र गिरी ने कहा है कि देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ भी स्वावलम्बी होने और स्वदेशी अपनाने पर जोर दे रहे हैं।

उन्होंने कहा है कि बाबा राम देव ने भी कोरोना काल में उसी दिशा में एक बड़ा कदम उठाया है। उन्होंने पतंजलि फार्मेसी ने इससे पहले भी आयुर्वेद के कई स्वदेशी उत्पाद तैयार किये हैं। जिसका लोग भी बड़ी तादात में प्रयोग भी कर रहे हैं। महंत नरेन्द्र गिरी ने कहा है कि बाबा रामदेव ने ये कामयाबी अपने कठिन परिश्रम के बल पर हासिल की है। इसलिए बाबा रामदेव का विरोध करने वालों को उनसे सीख लेकर खुद मेहनत कर आगे बढ़ने की सीख लेनी चाहिए। 

वहीं दूसरी ओर हरिद्वार का संत समाज भी बाबा रामदेव के समर्थन में आगे आया है। चेतन ज्योति आश्रम के परमाध्यक्ष स्वामी ऋषिश्वरानन्द महाराज ने कहा है कि प्राचीन काल से ही भारत में आयुर्वेद पद्वति द्वारा लोगो का ईलाज किया जाता रहा है। बाबा रामदेव ने योग एवं आयुर्वेद के माध्यम से पूरे विश्व में भारत को एक नई पहचान दी है और आयुर्वेद द्वारा निर्मित अनेको दवाईयो के माध्यम से वह लोगो का उपचार भी कर रहे हैं। उन्होने कहा कि आयुर्वेद एकमात्र ऐसी चिकित्सा पद्वति है जिसका व्यक्ति के शरीर कोई दुष्प्रभाव नहीं पड़ता है।

आनन्द पीठाधीश्वर आचार्य महामण्डलेश्वर स्वामी बालकानन्द गिरी महाराज ने कहा कि षड्यंत्र के तहत योग गुरू बाबा रामदेव एवं आचार्य बालकृष्ण को बदनाम करने की साजिश की जा रही जिसे कतई बर्दाश्त नही किया जायेगा। उन्होने कहा कि बाबा रामदेव एवं आचार्य बालकृष्ण आयुर्वेद एवं जड़ी बूटियो के उत्तम ज्ञाता और महारथी है और आयुर्वेद एक प्राचीनतम चिकित्सा पद्वति है। जो शरीर के लिये हमेशा से ही लाभदायक रही है। स्वामी बालकानन्द गिरी महाराज ने कहा कि निजी अस्पतालों में जहां कोरोना के इलाज के लिए लाखों रूपए खर्च करने के बावजूद मरीजों की जान नहीं बच रही है। वहीं स्वामी रामदेव महाराज व आचार्य बालकृष्ण महाराज ने बेहद सस्ती दवा समाज को प्रदान की है। सबको इस दवा का स्वागत करना चाहिए। म

हामण्डलेश्वर स्वामी हरिचेतनानन्द महाराज ने कहा कि जो लोग इस दवाई का विरोध कर रहे है उनसे बाबा रामदेव को घबराने की आवश्यकता नही है देश का समस्त संत-समाज बाबा रामदेव के साथ है, बाबा रामदेव ने अपने कठिन परिश्रम के माध्यम से योग एवं आयुर्वेद मे महारथ हासिल की है द्वेषपूर्ण भावना के साथ उनको बदनाम करने की साजिश की जा रही है जो कि बेहद निंदनीय है। निर्मोही अखाड़े के परमाध्यक्ष महंत राजेंद्रदास महाराज ने कहा कि संतो का सम्पूर्ण जीवन राष्ट्रहित मे समर्पित रहता है और एक संत के रूप में बाबा रामदेव ने देश को बहुत कुछ दिया है। वैश्विक महामारी कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए प्रधानमंत्री राहतकोष में भी 25 करोड़ रू0 प्रदान किये है।

उन्होने कहा कि बाबा रामदेव एवं आचार्य बालकृष्ण देशहित में निरन्तर कार्य करते रहे है, देश का समस्त संत-समाज उनके साथ है। निर्वाणी अणी अखाडे़ के परमाध्यक्ष श्रीमहंत धर्मदास महाराज ने कहा कि बाबा रामदेव द्वारा निर्मित दवाई का सभी को समर्थन करना चाहिए। प्राचीन काल से ही भारत में ऋषि मुनियों द्वारा आयुर्वेद पद्धति से उपचार किया जाता रहा है। सबसे प्राचीन पद्धति आयुर्वेद के माध्यम से जटिल से जटिल बीमारी से भी निजात पायी जा सकती है। उन्होंने कहा कि संपूर्ण भारत का संत समाज बाबा रामदेव के साथ खड़ा है। कालिका पीठाधीश्वर श्रीमहंत सुरेंद्रनाथ अवधूत, निर्मल पीठाधीश्वर श्रीमहंत ज्ञानदेव सिंह महाराज, कोठारी महंत जसवेंद्र सिंह महाराज, महंत निर्मलदास, महंत दामोदर दास, महंत अमनदीप सिंह, श्रीमहंत रामरतन गिरी, स्वामी राजेंद्रानन्द महाराज, मुखिया महंत भगतराम महाराज ने भी कोरोना की दवा बनाने पर बाबा रामदेव व आचार्य बालकृष्ण का समर्थन किया है।  

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