हरिद्वार, 4 मार्च। खनन नीति बनाए जाने की मांग को लेकर हरिद्वार स्ट्रोन क्रेशर वैलफेयर एसो. के तत्वावधान में धरना पांचवे दिन भी जारी रहा। हरिद्वार दिल्ली हाईवे पर आयोजित धरने को सम्बोधित करते हुए अध्यक्ष निशांत भैरव ने कहा कि च ुगान शुरू नहीं होने से स्टोन क्रशर स्वामियों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है। चुगान व्यवसाय से जुड़े अन्य लोगों को भी काम नहीं मिल पा रहा है। जिससे बेरोजगारी बढ़ रही है। साथ सरकार को भी राजस्व घाटा उठाना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा घोषित खनिज और क्रशर नीतियों में भारी विसंगतियां हैं। इन्हें तत्काल दूर कर प्रभावी खनन नीति बनाए जाए। वैज्ञानिक आधार पर गंगा में चुगान की अनुमति दी जानी चाहिए। उन्हांेने कहा कि चुगान नहीं खोले जाने के निर्माण कार्यों पर भी असर पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि स्टोन क्रशन वैलफेयर एसोसिएशन अवैध रूप से खनन चुगान किए जाने के सख्त खिलाफ है। सरकार को अवैध खनन व अवैध रूप से चल रहे मिक्सिंग प्लांट पर सख्त कार्रवाई करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि अधिकारियों की हीला हवाली के चलते प्रभावी खनन नीति नहीं बन पा रही है। अधिकारियों को ठोस व वैज्ञानित तथ्य सरकार के समक्ष प्रस्तुत करने चाहिए। जिससे व्यापक प्रभाव वाली खनन नीति अमल में आ सके। विनय चैधरी ने कहा कि बार बार मांग करने के बावजूद शासन प्रशासन गंभीरता नहीं दिखा रहा है। रेत बजरी नहीं मिलने के कारण निर्माण कार्यो की गुणवत्ता पर सवालिया निशान लग रहे हैं। चुगान ना होने के कारण नदियों का जल स्तर बहुत बढ़ गया है। जिससे बाढ़ का खतरा भी बन रहा है। उन्होंने आरापे लगाया कि अधिकारी सरकार की नीतियों को सही तरीके से अमल में नहीं ला रहे हैं। बाहरी राज्यों से रेत, बजरी ला रहे वाहनों पर उचित कार्रवाई नहीं हो पाती है। अक्षत कुमार ने कहा कि चुगान बंद होने से हजारों लोगों का विकास रोजगार प्रभावित हो रहा है। ग्रामीणों ने बैंकों से कर्ज लेकर वाहन खरीदे हैं। लेकिन चुगान बंद होने से बैंकों की किश्तें भी ग्रामीण चुका नहीं पा रहे हैं। आरबीएम नहीं मिलने से ठेकेदारों को महाकुम्भ मेले के विकास कार्यो को कराने में कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा है। जब भी प्रशासन से कारोबारियों द्वारा अपनी मांगे रखी गयी हैं। लेकिन कुछ भ्रष्ट अधिकारी मांगों को तुरंत खारजि कर देते हैं। बाहरी राज्यों के कारोबारी उत्तराखण्ड राज्य में रेत बजरी महंगे दामों पर बेच रहे हैं। जिससे सरकार को भी नुकसान हो रहा है। धरना देन वालों में सन्नी कपूर, नेत्रपाल चैहान, मनोज गुप्ता, ऋषभ गुप्ता, सुरेश प्रधान, अजय अग्रवाल, सागर वर्मा, अतुल श्रीवास्तव, सचिन गोयल, सतीश चैहान, शेखर राणा, रिशु बंसल, पवन सिंह, संजय सरदार, संजय धींगरा, अरविन्द यादव, अतुल, विनय चैधरी, आशीष बंसल, आदि सहित दर्जनों लोग शामिल रहे।