चप्पल दिखाने वाले पार्षद पति पर हो कार्यवाही-कपिल जौनसारी

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कमल खडका

हरिद्वार, 30 जुलाई। रानीपुर मोड़ क्षेत्र में समाजसेवी पंडित अधीर कौशिक के साथ कुछ दिन पूर्व पार्षद पति द्वारा किए गए दुव्र्यवहार की छात्र नेता कपिल शर्मा जौनसारी ने कड़े शब्दों में आलोचना करते हुए कहा कि इस मामले पर संस्कृत के छात्रों में भी रोष है। इस मौके पर संस्कृत के छात्र नेता कपिल शर्मा जौनसारी का कहना है कि पंडित अधीर कौशिक हमेशा समाज के हित के लिए कार्य करते है और मुद्दों  की  बात करते हैं। उनके साथ पार्षद पति द्वारा किया गया दुव्र्यवहार  निंदनीय है। पार्षद पति को पंडित अधीर कौशिक से माफी मांगनी चाहिए।

यदि पार्षद पति माफी नहीं मांगते तो इस पर संस्कृत के छात्र धरना प्रदर्शन करेंगे। कपिल शर्मा जौनसारी का कहना है कि सत्ता के जोश में पार्षद पति ने गलत कदम उठाया है।  यदि इनका यही रवैया रहा तो आने वाले समय में अन्य किसी समाजसेवी के साथ भी ऐसा दुव्र्यवहार किया जा सकता है।  

प्रत्येक व्यक्ति को अधीर कौशिक के साथ खड़ा होना चाहिए और राजनीति के दलदल से बाहर रहना चाहिए। सभी समाजसेवियों को इस विषय पर आवाज बुलन्द करनी चाहिए। यदि कोई कार्य गलत हो रहा हो तो आम आदमी को कहने का अधिकार है।  धर्मनगरी में समाजसेवी को चप्पल दिखाने वाले पार्षद पति के खिलाफ प्रशासन को कानूनी कार्यवाही करनी चाहिए। उन्होंने सरकार से मांग की है कि इस प्रकार का व्यवहार करने वाले पार्षद पति के खिलाफ शीघ्र कार्यवाही करनी चाहिए।

दूसरी और वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता पंडित अधीर कौशिक के साथ पार्षद पति द्वारा किए गए अभद्र व्यवहार पर माँ गंगा समाज सेवा समिति ट्रस्ट ने भी नाराजगी जताई है । अभी कुछ दिनों पहले रानीपुर मोड़ के समीप भूमिगत गैस लाइन को लेकर पार्षद पति ने सामाजिक कार्यकर्ता अधीर कौशिक से अभद्र व्यवहार किया है। संस्था के अध्यक्ष अनिकेत गिरि ने कहा कि सामाजिक कार्यकर्ताओ से इस तरह का व्यवहार कतई बर्दाश्त नही किया जाएगा।

पार्षद पति को पंडित अधीर कौशिक से माफी मांगनी होगी नही तो वरना माँ गंगा समाज सेवा समिति तथा सामाजिक कार्यकर्ता मिल कर आंदोलन करेंगे। अनिकेत गिरि ने कहा कि यदि समाज मे समाजसेवियों के साथ ऐसा दुव्र्यवहार होगा तो समाजहित मे कौन खड़ा होगा। तीर्थ नगरी की स्थिति किसी से छिपी नहीं है। तीर्थ नगरी के गली मोहल्लों में शराब, चकरी गेम, सड़कों में गड्ढे छिपे नहीं है। समाजसेवियों की आवाज दबाना उचित नहीं है। समय रहते इस और शासन प्रशासन ध्यान नहीं देगा तो शहर की स्थिति भयावह हो जाएगी। 

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