तनवीर
हरिद्वार, 23 अक्टूबर। आप नेता मनोज द्विवेदी ने प्रैस को जारी बयान में हरकी पैड़ी पर बह रही गंगा जल की धारा को स्केप चैनल घोषित करने वाले शासनादेश पर कड़ी आपत्ति जताते हुए इसे हरिद्वार की पहचान खत्म करने का षड़यंत्र करार देते हुए कहा है कि हरिद्वार देवभूमि उत्तराखंड का प्रवेश द्वार है। अध्यात्मिक तीर्थ स्थल हरिद्वार की पहचान पौराणिक काल से ही हर की पैडी से रही है। आजादी के बाद बीएचईएल और उत्तराखंड राज्य अस्तित्व में आने के बाद सिडकुल की स्थापना के बाद आध्यात्मिक नगरी के साथ हरिद्वार की पहचान औद्योगिक शहर के रूप में होने लगी है।
गंगा मैया की गोद में मौजूद हर की पैडी अध्यात्म तथा धार्मिक आस्था को तथा बीएचईएल व सिडकुल अर्थव्यवस्था को गति देते हैं। द्विवेदी ने कहा कि इसे शहर का दुर्भाग्य कहा जाए या राजनेताओ और सरकारों की अदूरदर्शी सोच आज हरिद्वार पहचान मिटाने की कोशिश की जा रही है। हर की पैडी को नहर घोषित कर दिया गया है। बीएचईएल बिकने के कगार पर है। सरकारी विभागों के उत्पीड़न और बिजली की कटौती की वजह से सिडकुल से इन्डस्ट्रीज का पलायन जारी है। उन्होंने कहा कि कभी मिनी बॉम्बे के नाम से मशहूर कानपुर शहर भी हरिद्वार की तरह ऐसी ही पहचान रखता था जहाँ बिठूर जैसे अध्यात्मिक स्थल, लाल इमली जैसे औद्योगिक संस्थान धर्म और अर्थव्यवस्था के वाहक थे।
सरकारी उदासीनता की वजह से आज कानपुर बदहाल है। ऐसा ही कुछ हरिद्वार के साथ भी हो रहा है। उन्होंने कहा कि शहर के लोगों को हरिद्वार की पहचान खत्म करने वालों की पहचान कर उन्हें चुनाव में सबक सिखाने के लिए आम आदमी पार्टी के साथ संघर्ष में शामिल होना चाहिए।