कमल खड़का
हरिद्वार, 18 जून। उत्तरी हरिद्वार की प्रख्यात संस्था श्री माता वैष्णव शक्ति भवन में भारत-चीन सीमा पर शहीद हुए भारत के अमर सपूतों को पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दी गई। श्री माता वैष्णव शक्ति भवन के परमाध्यक्ष महन्त दुर्गा दास महाराज ने कहा कि भारत वीर सपूतों का देश है। भारत की माताओं की कोख से वीर सपूत जन्म लेते हैं। जो भारत की भूमि के लिए अपने प्राणों का बलिदान देने के लिए हर समय तैयार रहते हैं। विश्व में भारत की सेना से मजबूत और बलशाली सेना कहीं नहीं है। महत दुर्गादास महाराज ने कहा कि माता वैष्णो देवी व मां गंगा वीर अमर शहीदों को अपने चरणों में स्थान दे और देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को वीर शहीदों के बलिदान का बदला लेने की शक्ति प्रदान करे।
भारत भाईचारा सौहार्द की भाषा विश्व के कल्याण के लिए अपनाता है। लेकिन भारत किसी भी तरह से कमजोर नहीं है। भारत ने विश्व का नेतृत्व किया और आगे भी करेगा। भारत के बढ़ते वजूद को कोई भी दूषित आत्मा या दूषित मानसिकता वाला देश नहीं रोक सकता। हम सभी भारतीयों को चीन के खिलाफ एकजुट होकर चीन के निर्मित सामान का बहिष्कार करना चाहिए तभी चीन की अक्ल ठिकाने आएगी। श्री माता वैष्णव शक्ति भवन के संचालक महंत सुमितदास महाराज ने वीर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि चीन हमेशा भारतीयों के साथ द्वेष भावना व कटुता रखता चला आ रहा है। हमें कभी चीन की बातों पर विश्वास नहीं करना चाहिए। क्योंकि चीन हमेशा हिंदुस्तान के बारे में विश्वासघात की बात सोचता रहता है। भारत की धरा वीरों से खाली नहीं है यदि देश की सीमा पर हमारा एक सैनिक वीरगति को प्राप्त होता है तो भारत माता की रक्षा मैं सैकड़ों वीर सैनिक खड़े हो जाते हैं।
चीन की इस दुष्टता का बदला हमारी सेना मुंह तोड़ जवाब देकर लेगी। मां वैष्णव देवी और मां गंगा वीर अमर शहीदों को अपने चरणों में स्थान दे। उन्होंने कहा कि देश के लोगों को आगे बढ़कर सेना का सम्मान कर वीर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करनी चाहिए। वीर जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित करने वालों में महंत मुकेश स्वामी, अवधेश कुमार, अमित मिश्रा, विनोद शर्मा, ज्ञानी नवीन पाठक, रवि जैन, मृत्युंजय शास्त्री आदि उपस्थित रहे।