अमरीश
सरकारी डाॅक्टरों को बताया योद्धा
हरिद्वार, 1 अप्रैल। महानगर व्यापार मण्डल के जिला अध्यक्ष सुनील सेठी ने कहा कि मुख्यमंत्री के आदेशों के बाद भी हरिद्वार में निजी अस्पतालों की निजी चिकित्सकों की ओपीडी बन्द होने से मरीज इलाज के लिए इधर उधर भटक रहे हैं। बाल रोग विशेषज्ञों के क्लीनिक बंद होने से अभिभावकों को बेहद परेशानी उठानी पड़ रही है। मासूमों को इलाज नहीं मिल पा रहा है। प्रशासन को इस संबंध में उचित व्यवस्था करनी चाहिए ओर क्लीनिक खुलवाने चाहिए।
सुनील सेठी ने शहर में निजी चिकित्सको के क्लिनिक व ओपीडी बन्द रखने पर नाराजगी जताते हुए जिला प्रसाशन से ऐसे निजी अस्पतालों को नोटिस जारी कर ओपीडी तत्काल शुरू कराये जाने की मांग करते हुए कहा कि निजी चिकित्सक ऐसे समय में मरीजो के दुःख को न समझते हुए घरों में बैठे है। छोटे छोटे बच्चों को इलाज देने वाले चाइल्ड स्पेशलिस्ट अपनी ओपीडी बन्द करके बैठे हैं। ऐसे में जब सरकारी चिकित्सालयों पर कोरोना मरीजों के इलाज का भार है तो सभी निजी चिकित्सकों को अपने क्लीनिक खोलने चाहिए और मरीजों को इलाज देना चाहिए। इस समय देश में कोरोना जैसी भयंकर महामारी फैली हुई है और सरकारी डॉक्टर योद्धा की तरह अपनी जान की परवाह किये बिना सेवाएं दे रहे हैं।
भारी भरकम फीस लेने वाले और आलीशान होटलों जैसे अस्पताल संचालित करने वाले डाॅक्टर घरों में डरे बैठे हुए हैं। उन्होंने कहा कि आमजन डाॅक्टर को भगवान के रूप में देखते हैं। संकट के इस दौर में निजी चिकित्सकों का यह रवैया शर्मनाक है। डाॅक्टरों को अपने क्लिनिक व अस्पतालों में मरीजों को इलाज देने के लिए आगे आना चाहिए। प्रशिक्षित निजी चिकित्सकों के क्लिनिक बंद करने का फायदा झोला छाप डाॅक्टर उठा रहे हैं और मरीजों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रशाासन को सख्त रवैया अपनाते हुए कार्रवाई सुनिश्चित करते हुए ऐसे डॉक्टरों को नोटिस जारी कर उन्हें इनका फर्ज याद दिलाना चाहिए।