कमल खडका
हरिद्वार, 1 सितम्बर। चिन्हित राज्य आंदोलनकारी समिति के कार्यकर्ताओं ने 26 वर्ष पूर्व खटीमा में हुए गोलीकाण्ड में शहीद हुए राज्य आंदोलनकारियों की स्मृति में गंगा में दीपदान कर भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी। इस दौरान समिति के केंद्रीय सचिव विजय भण्डारी ने कहा कि 26 वर्ष आज ही के दिन खटीमा में अलग राज्य की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे कई राज्य आंदोलनकारियों की पुलिस गोलीबारी में मौत हो गयी थी। उत्तराखण्ड राज्य के लिए अपने प्राणों का बलिदान करने वाले आंदोलनकारियों की शहादत के चलते ही अलग राज्य का सपना साकार हुआ।
विजय भण्डारी ने कहा कि अलग राज्य के रूप में उत्तराखण्ड का गठन होने के बाद भी शहीदों के सपने अधूरे हैं। विकास की जिस अवधारणा को लेकर अलग राज्य का सपना आंदोलनकारियों ने देखा था। राज्य बनने के बाद से बारी बारी से सत्ता में रही कांग्रेस व भाजपा की नीतियों से विकास मोर्चे पर राज्य पिछड़ गया है।
पलायन, बेरोजगारी जैसे मुद्दे आज जस के तस बने हुए हैं। उन्होंने कहा कि सभी को राज्य आंदोलनकारियों की सोच के अनुरूप राज्य के विकास का संकल्प लेना चाहिए। श्रद्धांजलि देने वालों में महेश गौड़, विनोद डंडरियाल, भगवान जोशी, साकेश वशिष्ठ, सुरेंद्र सैनी, अफजल, मुकेश जोशी, कालूराम जैपुरिया, विजय पाल सिंह, रमेश कुमार, मनीष शर्मा, दीपक, मेहरबान, पुरूषोत्तम चैहान, राजा बिष्ट आदि शामिल रहे।