विक्की सैनी
हरिद्वार, 19 मई। श्री पंचायती अखाड़ा निर्मल के कोठारी महंत जसविन्दर सिंह महाराज ने सिंहद्वार पर स्थापित स्वामी श्रद्धानंद की प्रतिमा की दुर्दशा पर चिंता व्यक्त करते हुए प्रशासन से प्रतिमा की साफ सफाई कराने का अनुरोध किया है। महंत जसविन्दर सिंह महाराज ने कहा कि स्वामी श्रद्धानंद जैसे महापुरूष की प्रतिमा की दुर्दशा को देखकर उन्हें बेहद दुख हुआ है। सड़क पर उड़ रही धूल से प्रतिमा खराब हो रही है।
प्रतिमा पर बैठ रहे पक्षीयों के कारण गंदगी फैल रही है। उन्होंने कहा कि वैदिक संस्कारों की शिक्षा देने वाली गुरूकुल जैसी विश्व विख्यात शैक्षणिक संस्था स्थापित करने वाले महापुरूष स्वामी श्रद्धानंद ने देश को अंग्रेजों की दासता से आजाद कराने में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया। देश के प्रति उनके योगदान से युवा पीढ़ी को प्रेरणा देने के लिए सिंहद्वार पर उनकी प्रतिमा स्थापित की गयी थी। लेकिन देखभाल के अभाव में प्रतिमा की दुर्दशा हो रही है। उन्होंने कहा कि प्रतिमा के चारों ओर शीशे का फ्रेम लगाया जाए तथा नियमित रूप से साफ सफाई की व्यवस्था की जाए।
महंत अमनदीप सिंह महाराज व महंत सतनाम सिंह महाराज ने कहा कि महापुरूषों ने समाज को सदैव नई दिशा प्रदान की है और धर्मनगरी हरिद्वार ऋषि मुनियों की तपस्थली रही है। गुरूकुल जैसे शिक्षण संस्थान की स्थापना कर पूरी दुनिया में भारत का गौरव बढ़ाने वाले स्वामी श्रद्धानंद की प्रतिमा की उचित देखभाल नहीं होना चिंता का विषय है। प्रशासन को प्रतिमा की नियमित रूप से साफ सफाई की उचित व्यवस्था करनी चाहिए। साथ ही अन्य चौराहों पर स्थापित सभी संत महापुरूषों की प्रतिमा की भी उचित देखभाल के लिए कर्मचारी तैनात करने चाहिए।