पौरूष, पराक्रम और त्याग से भरा है ब्राह्मणों का इतिहास-आचार्य प्रमोद कृष्णनम्

Dharm
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तनवीर


हरिद्वार, 24 सितम्बर। पंतदीप मैदान में देश के विभिन्न ब्राह्मण संगठनों एवं उत्तराखण्ड ब्राह्मण फेडरेशन के संयोजन में आयोजित ब्राह्मण महाकुंभ में देश के सभी राज्यों के प्रतिनिधियों सहित हजारों ब्राह्मणों ने शिरकत की। मुख्य अतिथि कल्कि पीठाधीश्वर आचार्य प्रमोद कृष्णम महाराज ने कहा कि लड़ाई हमेेशा शस्त्र के साथ की जाती और हौसला उसमें काम करता है। आज ब्राह्मण समाज को टारगेट किया जा रहा है। ब्राह्मणों को कोसने को मनुस्मृति का प्रयोग करते हैं। जबकि मनुस्मृति क्षत्रिय द्वारा लिखी गई है। उन्होने कहा कि ब्राह्मण को बहकाया, समझाया जा सकता है। लेकिन धमकाया नहीं जा सकता है।

ब्राह्मणों का इतिहास पौरूष, पराक्रम और त्याग से भरा पडा है। अगर ब्राह्मण जातिवादी होता तो राम की नहीं रावण की पूजा करता। उन्होंने कहा कि किसी भी राजनैतिक दल का कोई नेता सनातन पर हमला करेगा तो उसका मुंह काला करना पड़ेगा। अगर ब्राह्मण अपना सम्मान चाहते हैं तो राजनीति में अपना स्थान बनाना पड़ेगा। नगर विधायक मदन कौशिक ने कहा कि ब्राह्मणों का योगदान भारत के विकास में रहा है। भारतीय संस्कृति को भी ब्राह्मण आगे बढ़ाने में योगदान कर रहा है। सतपाल ब्रह्मचारी ने कहा कि सोशल मीडिया में ब्राह्मणों का अपमान किया जा रहा है जो कि निन्दनीय है।

महामण्डलेश्वर स्वामी यतीन्द्रानन्द गिरि महाराज ने कहा कि आज जिसको देखो वह ब्राह्मणों को गाली दे रहा है और ब्राह्मणों के खिलाफ की गई शिकायतों की जांच में ब्राह्मणों को दोषी नहीं पाया गया है। राष्ट्रीय अध्यक्ष राजेन्द्रनाथ त्रिपाठी ने कहा कि बिना संगठित हुए सत्ता की प्राप्ति असम्भव है। इस मौके पर महामण्डलेश्वर रामेश्वर ब्रह्मचारी, गंगा सभा के अध्यक्ष नितिन गौतम, पूनम पण्डित, मेयर नगर निगम अनीता शर्मा, संजय महंत, अशोक शर्मा, के.सी. कौशिक एडवोकेट, लोकेश भारद्वाज, मनोज गौतम, बालकृष्ण शास्त्री, डा.अनीता मिश्रा, पं.पद्म प्रकाश शर्मा, पं.अधीर कौशिक, पं.हेमचन्द्र भट्ट, डा.राजेन्द्र पाराशर पं.शिवशंकर तिवारी, अम्बर स्वामी, नानक चन्द शर्मा, अरूण शर्मा, राजीव मेहता, वी.डी. शर्मा ने भी सम्बोधित किया।

कार्यक्रम का संचालन करते हुए मुख्य संयोजक पं. विशाल शर्मा ने कहा कि देव भूमि हरिद्वार में मां गंगा के तट पर ब्राह्मणों का इतना बड़ा संगम पहली बार हुआ है। जो भी हमारी मांगांे के समर्थन में संसद एवं विधान सभाओं में आवाज बुलन्द करेगा ब्राहमण समाज उसका समर्थन करेगा। इस अवसर पर प्रधानमंत्री को सम्बोधित 11 सूत्रीय मंाग पत्र भी तहसीलदार के माध्यम से प्रेषित किया गया।

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