तनवीर
हरिद्वार। पंचायती अखाड़ा श्री निरंजनी में लगातार कोरोना से संक्रमित संत ब्राह्मलीन हो रहे हैं। एक महामंडलेश्वर और दो श्रीमहंतो के ब्रह्मलीन होने के बाद शुक्रवार को अखाड़े के दो और संत ब्रह्मलीन हो गए। जिससे अखाड़े के संतों को गहरा आघात पहुंचा है। लगातार संतो की मौत से संत समाज में भय की स्थिति भी बनी हुई है। दोनों संतो को नीलधारा स्थित भू समाधि दी जायेगी।
पंचायती अखाड़ा श्री निरंजनी के 50 वर्षीय स्वामी सोमनाथ गिरी विगत 15 दिनों से दूधाधारी स्थित बाबा बर्फानी अस्पताल में भर्ती थे। जहां शुक्रवार को उनकी हालत बिगड़ने पर चिकित्सकों ने उन्हें बचाने का हर सम्भव प्रयास किया। लेकिन उनकी सांस थम गई। वहीं 60 वर्षीय स्वामी अजय गिरी 10 दिन से एम्स ऋषिकेश में भर्ती थे। उन्होंने वहां अंतिम सांस ली। दोनों संत कोरोना से संक्रमित थे। गुरुवार को अखाड़े के पंच के 50 वर्षीय श्रीमहंत मनीष भारती महाराज ने ऋषिकेश एम्स में अंतिम सांस ली। बुधवार को कोरोना से संक्रमित श्रीमहंत लखन गिरी भी ब्रह्मलीन हो गए थे। जबकि इससे पहले निरंजनी अखाड़े की साध्वी प्रेमलता गिरी का निधन हुआ था।
पंचायती अखाड़ा श्री निरंजनी के सचिव श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने बताया कि अखाड़े के संतों के लगातार ब्रह्मलीन होने से संतों को गहरा आघात पहुंचा है। उन्होंने बताया इस विकट संकट से संत समाज भी जूझ रहा है। उन्होंने बताया कि शुक्रवार को अखाड़े के दो संतों ने अलग अलग अस्पताल में अंतिम सांस ली। दोनों कोरोना से ग्रसित थे। दोनों संतों को नीलधारा के पास भूम समाधि दी जायेगी।