अमरीश
हरिद्वार, 7 अप्रैल। उत्तराखंड की आगामी चारधाम यात्रा 2020 पर कोविड-19 की मार के वजह से देश दुनिया से आने वाले तीर्थ श्रद्धालुओं की एडवांस बुकिंग रद्द हो जाने की वजह से टूर एंड ट्रैवल एसोसिएशन, मैक्सी टैक्सी ट्रांसपोर्टेशन के पदाधिकारियों ने गहरी चिंता व्यक्त करते हुए उत्तराखंड सरकार का ध्यान चारधाम यात्रा से जुड़े सभी मोटर व्यापारियों की और आकर्षित करते हुए अंतरराष्ट्रीय महामारी कोविड-19 के दृष्टिगत देश मे प्राकर्तिक आपदा जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है। इसी को ध्यान में रखते हुए उत्तराखंड राज्य के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को पत्र लिखकर टूर एंड ट्रैवल व्यापारी, मैक्सी टैक्सी ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन ने संयुक्त रूप से पत्र लिखकर मांग की आगामी उत्तराखंड चारधाम यात्रा की बुकिंग के रद्द हो जाने के उपरांत उत्तराखंड के सभी मोटर संचालक व व्यापारी चालक आर्थिक कंगाली से गुजर रहे हैं।
इसी के दृष्टिगत सभी मोटर मैक्सी- टैक्सी चालकों व मालिकों की परेशानी को देखते हुए राज्य सरकार जनहित में सभी मोटर वाहनों का 1 साल का पैसेंजर व रोड टैक्स अनुदान के रूप में माफ किया जाए वही मोटर चालकों को10,000 की आर्थिक सहायता राशि भी प्रदान की जाए और बीमा कंपनियों को भी निर्देशित किया जाए 6 माह के लिए बीमा योजनाओ की किश्ते भी स्थगित की जाएं ताकि उत्तराखंड का मोटर संचालक, चालक, व्यापारी भी कोरोना वायरस की इस जंग में एक सच्चे देश के नागरिक का परिचय दे सकें। इस अवसर पर उत्तराखंड मैक्सी- टैक्सी महासंघ, टूर एंड ट्रेवल एसो. के प्रदेश संरक्षक संजय चोपड़ा ने कहा उत्तराखंड में मैक्सी टैक्सी एक जीवनरेखा के समान ह।ै प्रदेश में 28 से 29 हजार के लगभग मैक्सी- टैक्सी मोटर वाहन है। जोकि उत्तराखंड चारधाम यात्रा पर ही निर्भर रहकर अपने परिवार का पालन पोषण करते हैं।
इनकी परेशानी को दृष्टिगत सरकार को प्रत्येक चालक के खाते में 10-10 की अनुदान राशि के साथ सभी मोटर संचालको, मालिको की मैक्सी टैक्सी मोटर वाहनों का रोड टैक्स व पैसेंजर टैक्स अंतरराष्ट्रीय कोरोना वायरस महामारी के दृष्टिगत जनहित में माफ किया जाना न्यायसंगत होगा। इस अवसर पर ट्रांसपोर्ट एसो. के अध्यक्ष गिरीश भाटिया, उमेश पालीवाल, वरिष्ठ ट्रेवल व्यापारी सुरेंद्र जैन, चंद्रप्रकाश शर्मा, सरदार इकबाल सिंह, गोपाल छिब्बर, अर्जुन सैनी, धर्मेंद्र मिश्रा, नितिन गुप्ता, अनुश मनोचा, कपिल हंस, कपिल विश्नोई, कुंवर सिंह मण्डवाल, राधेश्याम रतूड़ी आदि शामिल रहे।