कमल खडका
हरिद्वार, 13 जुलाई। मेयर प्रतिनिधि संगम शर्मा ने प्रैस को जारी बयान में कहा कि लाॅकडाउन से बेरोजगारी का दंश झेल रहे ठेली व फड़ आदि लगाकर जीविका कमाने वाले लघु व्यापारी अत्यन्त कठिनाईयों का सामना कर रहे हैं। ग्रामीण क्षेत्रों के छोटे मझोले किसान भेल व शहर में कई स्थानो ंपर साप्ताहिक रूप से लगने वाले पीठ बाजारों में सब्जियां, फल आदि बेचकर परिवार की गुजर बसर करते हैं। कोरोना वायरस के चलते किए गए लाॅकडाउन के बाद पीठ बाजार लगाने पर लगी पाबंदी अब तक नहीं हट पायी है। जिससे हजारों लघु व्यापारी बेरोजगारी का शिकार हो गए हैं।
संगम शर्मा ने कहा कि हजारों लघु व्यापारियों की बेरोजगारी की स्थिति को देखते हुए जिला अधिकारी को कोविड 19 को लेकर जारी दिशा निर्देशों व नियमों के तहत पीठ बाजार लगाने की अनुमति देनी चाहिए। उन्होंने कहा कि जब सभी बाजार खोलने की अनुमति दे दी गयी है तो लघु व्यापारियों की स्थिति को देखते हुए उन्हें भी राहत देनी चाहिए। जिससे वे अपने परिवार की गुजर बसर कर सकें। बड़ी संख्या में छोटे मझोले किसान साप्ताहिक पीठ बाजारों में अपनी उपज बेचने के लिए पहुंचते हैं। उन्होंने कहा कि साप्ताहिक पीठ बाजार नहीं खुलने की दशा में किसान औने पोने दामों पर अपनी उपज को बेचने पर मजबूर हैं।
आम बेचने वाले लघु व्यापारियों का रोजगार भी प्रभावित हो रहा है। भेल में सेक्टर एक, दो व चार, शिवालिक नगर, बहादराबाद व ग्रामीण क्षेत्रों में भी पीठ बाजार नहीं लगने से हजारों लघु व्यापारी व किसान परेशान हैं। संगम शर्मा ने शासन प्रशासन से अपील करते हुए कहा कि सोशल डिस्टेंसिंग व नियमों का पालन सुनिश्चित करते हुए साप्ताहिक पीठ बाजार लगाने की अनुमति प्रदान करनी चाहिए। लगभग चार माह से पीठ नहीं लग पा रहे हैं। जिसके चलते लघु व्यापारी व किसान गहरे आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं। ऐसे में प्रशासन को लघु व्यापारियों व किसानों की सुध लेनी चाहिए।